जज़्बात भरे अहसासों में दिल का वसंत खिलता है महकता है, मुहब्बत के बगीचे में पूछत जज़्बात भरे अहसासों में दिल का वसंत खिलता है महकता है, मुहब्बत के बगी...
उसे चूमना तो दूर मैं छू तक ना पाया उसे चूमना तो दूर मैं छू तक ना पाया
जो तुझ को छू कर आया है जो तुझ को छू कर आया है
छू कर गुजरा जो कुछ तुझको-मुझको छू कर गुजरा जो कुछ तुझको-मुझको
सलiम करती रह जाये, महफ़िलो की महफ़िल, बेफिक्र तनहा के उलट फेरो से, सलiम करती रह जाये, महफ़िलो की महफ़िल, बेफिक्र तनहा के उलट फेरो से,
दुनिया को मिले जहाँ स्वार्थ वो तो बस वही होगा। दुनिया को मिले जहाँ स्वार्थ वो तो बस वही होगा।